सौरमंडल
सूर्य और उसके चारो ओर परिक्रमा करने वाले ग्रह, क्षुद्रग्रह और धूमकेतुओ से बना
है। इसके केन्द्र मे सूर्य है और सबसे बाहरी सीमा पर नेप्च्युन ग्रह है।
नेपच्युन के परे प्लुटो जैसे बौने ग्रहो के अलावा धूमकेतु भी आते है.
हमारे सौर मंडल में कूल 8 गृह है पूर्व में इनकी संख्या 9 थी,परन्तु अन्तराष्ट्रीय खगोलीय संघ द्वारा सन 2006 में प्लूटो की मान्यता समाप्त कर दी गयी है .
1.बुध 2.शुक्र 3.पृथ्वी 4.मंगल 5.वृहस्पति 6.शनि.7.अरुण 8.वरुण
सूर्य
सूरज सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा जिसके चारों तरफ पृथ्वी
और सौरमंडल के अन्य अवयव घूमते हैं। सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा
पिंड है और उसका व्यास लगभग 13 लाख ९२ हज़ार किलोमीटर है जो पृथ्वी से लगभग 110 गुना अधिक है। ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है.
बुध (Mercury)
सौरमंडल के आठ ग्रहों में सबसे छोटा और सूर्य से निकटतम है, इसका परिक्रमण काल लगभग 88 दिन है.
शुक्र (venus)
एक स्थलीय ग्रह
के रूप में वर्गीकृत है और समान आकार, गुरुत्वाकर्षण और संरचना के कारण
कभी कभी उसे पृथ्वी का "बहन ग्रह" कहा गया है। शुक्र आकार और दूरी दोनों मे
पृथ्वी के निकटतम है.
इसे पृथ्वी की भगिनी भी कहा जाता है .
पृथ्वी (Earth)
आकार में 5वां सबसे बड़ा ग्रह है और सूर्य से दूरी के क्रम में तीसरा ग्रह है। यह सौरमण्डल का एकमात्र ग्रह है, जिस पर जीवन है,
पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकेण्ड (लगभग 365 दिन व 6 घंटे) का समय लगता है, पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा
जाता है। प्रत्येक सौर वर्ष, कैलंडर वर्ष से लगभग 6 घंटा बढ़ जाता है। जिसे
हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष बनाकर समायोजित किया जाता है। लीप वर्ष 366 दिन
का होता है। जिसके कारण फ़रवरी माह में 28 दिन के स्थान पर 29 दिन होते हैं.
पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा है.
मंगल (mars)
सौरमंडल में सूर्य से चौथा ग्रह है। पृथ्वी
से इसकी आभा रक्तिम दिखती है, जिस वजह से इसे "लाल ग्रह" के नाम से भी
जाना जाता है। सौरमंडल के ग्रह दो तरह के होते हैं - "स्थलीय ग्रह" जिनमें
ज़मीन होती है और "गैसीय ग्रह" जिनमें अधिकतर गैस ही गैस है। पृथ्वी की तरह, मंगल भी एक स्थलीय धरातल वाला ग्रह है.
बृहस्पति (jupitar)
सूर्य से पांचवाँ और हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। यह एक गैस दानव है जिसका द्रव्यमान सूर्य के हजारवें भाग के बराबर तथा सौरमंडल में मौजूद अन्य सात ग्रहों के कुल द्रव्यमान का ढाई गुना है। बृहस्पति को शनि, अरुण और वरुण के साथ एक गैसीय ग्रह के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इन चारों ग्रहों को बाहरी ग्रहों के रूप में जाना जाता है.इसके उपग्रह का नाम गैनिमेड है .
शनि (Saturn)
सूर्य से छठां ग्रह है तथा बृहस्पति के बाद सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह हैं। औसत व्यास में पृथ्वी से नौ गुना बड़ा शनि एक गैस दानव है, जबकि इसका औसत घनत्व पृथ्वी का एक आठवां है, अपने बड़े आयतन के साथ यह पृथ्वी से 95 गुने से भी थोड़ा बड़ा है,सनी का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है .
अरुण (Uranus)
यूरेनस हमारे सौर मण्डल में सूर्य से सातवाँ ग्रह है। व्यास के आधार पर यह सौर मण्डल का तीसरा बड़ा और द्रव्यमान के आधार पर चौथा बड़ा ग्रह है.अरुण का सबसे बड़ा उपग्रह titaniya है .
वरुण(neptune)
नॅप्चयून हमारे सौर मण्डल में सूर्य से आठवाँ ग्रह है। व्यास के आधार पर यह सौर मण्डल का चौथा बड़ा और द्रव्यमान के आधार पर तीसरा बड़ा ग्रह है। वरुण का द्रव्यमान पृथ्वी से 17 गुना अधिक है और अपने पड़ौसी ग्रह अरुण (युरेनस) से थोड़ा अधिक है. इसके चारो ओर अति शीतल मीथेन के बादल विद्यमान है ,इसलिए इसे ठंडा ग्रह या हरा ग्रह भी कहते है .
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